Forex Fraud: सपनों का सौदागर या धोखे का जाल?

भीलवाड़ा का दिनेश जैन कैसे बना 'डीके जैन'? विदेशी मुद्रा में निवेश के नाम पर करोड़ों की ठगी का पर्दाफाश। जानिए पीड़ितों की आपबीती और इस घोटाले की पूरी कहानी।

 Forex Fraud: सपनों का सौदागर या धोखे का जाल?

Forex Fraud: सपनों का सौदागर या धोखे का जाल? 🎭

अमेरिकी डॉलर और क्रिप्टो करेंसी में निवेश के नाम पर राजस्थान के भीलवाड़ा के दिनेश कुमार जैन उर्फ डीके जैन ने सैकड़ों करोड़ रुपये की ठगी को अंजाम दिया। 'हेडजेक्स फंड' और 'लावाया शॉपिंग' जैसी कंपनियों के माध्यम से उसने राजस्थान, हरियाणा, दिल्ली, मध्य प्रदेश, असम और झारखंड के हजारों निवेशकों को अपना शिकार बनाया। आज हम इस घोटाले की परतें खोलेंगे और जानेंगे कि कैसे एक मामूली सा दिखने वाला आदमी लोगों के सपनों का सौदागर बन गया और फिर उन्हें धोखे के अंधेरे में धकेल दिया। 🎨

डीके जैन: एक साधारण आदमी से 'मास्टरमाइंड' तक का सफर 🚶‍♂️

दिनेश कुमार जैन, जो कभी प्राइवेट नौकरी करता था, आज करोड़ों की ठगी का मास्टरमाइंड बन चुका है। दिल्ली क्राइम ब्रांच के अनुसार, जैन पहले इन्वेस्टमेंट से जुड़ी कंपनियों में काम करता था। नौकरी छोड़ने के बाद उसने अपनी कंपनी खोली और लोगों को विदेशी मुद्रा व्यापार (Forex Trading) में निवेश करने का लालच देकर करोड़ों रुपये ऐंठ लिए।

ठगी का तरीका: लालच और विश्वास का खेल 🎯

डीके जैन ने नेटवर्क मार्केटिंग की तर्ज पर एक टीम बनाई, जो ग्राहकों को लुभाती थी। टीम ग्राहकों को चाय की थड़ी, होटल या सेमिनार हॉल में मीटिंग के लिए बुलाती थी। वहां डीके जैन खुद को 'हेडजेक्स फंड' और अन्य कंपनियों का डायरेक्टर बताता और महीने में 8-12% मुनाफा देने का वादा करता।

  • शुरुआत में छोटे निवेश पर कुछ मुनाफा दिया जाता, जिससे लोगों का विश्वास जीता जा सके।

  • फिर निवेशकों को समझाया जाता कि मुनाफा निकालने की बजाय कंपनी में वापस निवेश करने पर पैसा दोगुना-तिगुना हो जाएगा।

  • इसी लालच में लोगों ने अपनी जमा पूंजी और रिश्तेदारों से उधार लेकर पैसा निवेश कर दिया।

🎨 "मैंने अपनी सारी जमा पूंजी लगा दी, सोचा था भविष्य सुधर जाएगा। अब तो तनाव में पैरालाइसिस अटैक आ गया।" - अमित जांगिड़, पीड़ित

पीड़ितों की आपबीती: दर्द और निराशा की कहानियां 💔

केस 1: अमित जांगिड़ की कहानी

जयपुर के झोटवाड़ा निवासी 35 वर्षीय अमित जांगिड़ ने 'हेडजेक्स फंड' में अपनी सारी जमा पूंजी 10 लाख रुपये निवेश की थी। कंपनी ने शुरू में एक-डेढ़ महीने तक पैसे दिए, लेकिन बाद में अचानक बंद कर दी। अमित कहते हैं, "पैसे वापस मांगे तो कहा- अभी पुलिस की पूछताछ चल रही है, इसलिए कंपनी अस्थायी रूप से बंद है।"

केस 2: रईस मलिक का दर्द

जयपुर निवासी रईस मलिक का कहना है कि इस धोखाधड़ी में उनके पूरे परिवार की आर्थिक स्थिति बर्बाद हो गई है। "हमारे साथ धोखाधड़ी हुई है, हमारे लाखों रुपए हड़प लिए गए और अब हमें धमकियां दी जा रही हैं," रईस ने बताया।

🎨 "हर महीने 8-12% कमाई का दावा करता था। हमने सोचा कि चलो कुछ अच्छा हो जाएगा, पर ये तो जिंदगी की सबसे बड़ी गलती साबित हुई।" - रईस मलिक, पीड़ित

कंपनियों का जाल: एक बंद, दूसरी शुरू 🕸️

दिनेश जैन और उसके साथियों ने निवेश लेने के लिए कई कंपनियां बनाई थीं। पीड़ितों के अनुसार, डीके जैन अपने सेमिनार में बताता था कि 'कौशिल्या वेलफेयर फाउंडेशन' गरीब लोगों की मदद करता है। आरोपी एक कंपनी में 3-4 महीने तक पैसा निवेश करवाता था। जब निवेश की रकम करोड़ों में पहुंच जाती, तो अचानक वेबसाइट और ऐप बंद कर देता। फिर नई कंपनी लॉन्च कर निवेशकों को कहता कि पुराना पैसा तभी मिलेगा जब नया निवेश करेंगे।

🎨 "वो कहता था कि उसकी राजनीतिक और पुलिस महकमे में पहचान है, जो लोग ज्यादा दबाव डालेंगे उन्हें झूठे मुकदमों में फंसा दिया जाएगा। यही कारण है कि कई लोग पुलिस के पास जाने से डर गए।" - एक अनाम पीड़ित

होटल पार्टियां और विदेश यात्रा का लालच ✈️

निवेशकों को फंसाने के लिए डीके जैन ने विदेश (थाईलैंड और सिंगापुर) यात्रा कराने का लालच भी दिया। दिसंबर 2022 में चोखी ढाणी रिसॉर्ट में पार्टी दी गई और भविष्य की योजनाओं का सपना दिखाया गया।

कानूनी कार्रवाई: न्याय की उम्मीद ⚖️

दिल्ली की साकेत कोर्ट ने दिनेश कुमार जैन को घोषित अपराधी मानते हुए कहा है कि 'हेडजेक्स फंड' और डीके जैन से जुड़े पूरे भारत के सभी पीड़ित अब सीधे दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच को शिकायत कर सकते हैं। दिल्ली क्राइम ब्रांच को अनुमान है कि इन कंपनियों ने हजारों लोगों से कई 100 करोड़ रुपए ठगे हैं।

आगे की राह: क्या मिलेगा न्याय? 🤔

यह घोटाला कई राज्यों में फैला हुआ है और इसमें हजारों निवेशकों के करोड़ों रुपये फंसे हुए हैं। अब देखना यह है कि क्या पीड़ितों को न्याय मिल पाएगा और क्या डीके जैन को कानून के शिकंजे में लाया जा सकेगा। यह कहानी हमें सिखाती है कि लालच बुरी बला है और हमें किसी भी योजना में निवेश करने से पहले अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लेनी चाहिए।

एक अंतिम सवाल ❓

क्या डीके जैन सिर्फ एक धोखेबाज है या एक सिस्टम का शिकार? शायद दोनों। लेकिन एक बात तय है, उसने कई लोगों के सपनों को चकनाचूर कर दिया।

🎨 "सपने दिखा कर लूट लिया, अब कहां जाएं?" - एक निराश निवेशक

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