त्योहारों की धूम: GST कटौती से नवरात्रि में बंपर बिक्री, उपभोक्ता बाजार में लौटी रौनक
जीएसटी दरों में कटौती और त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ, उपभोक्ता बाजार में आई जबर्दस्त उछाल। नवरात्रि में ऑटो और उपभोक्ता वस्तुओं की बिक्री में भारी वृद्धि, दिवाली के लिए शुभ संकेत।

त्योहारों की धूम: GST कटौती से नवरात्रि में बंपर बिक्री, उपभोक्ता बाजार में लौटी रौनक
नवरात्रि के पावन अवसर पर, भारतीय उपभोक्ता बाजार ने एक नई ऊर्जा का संचार किया है। जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) दरों में कटौती के बाद, ऑटोमोबाइल और उपभोक्ता वस्तुओं की बिक्री में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। यह उछाल न केवल कंपनियों के लिए राहत लेकर आया है, बल्कि यह भी दर्शाता है कि भारतीय अर्थव्यवस्था में उपभोक्ता विश्वास फिर से जागृत हो रहा है। पिछले कई वर्षों से सुस्त पड़े बाजार में, नवरात्रि की इस बंपर बिक्री ने दिवाली के लिए एक सकारात्मक माहौल तैयार कर दिया है।
उपभोक्ता बाजार में उत्साह का संचार
नवरात्रि के दौरान, विभिन्न क्षेत्रों में 25% से लेकर 100% तक की बिक्री वृद्धि देखी गई, जो कि एक दशक में सबसे अधिक है। यह वृद्धि विशेष रूप से उन कंपनियों के लिए महत्वपूर्ण है जो पिछले कुछ समय से मांग में कमी का सामना कर रही थीं। जीएसटी दरों में कटौती के कारण उत्पादों की कीमतों में कमी आई, जिससे उपभोक्ताओं को खरीदारी के लिए प्रोत्साहन मिला।
🎨 "यह नवरात्रि की बिक्री जीएसटी दर में कटौती के प्रत्यक्ष लाभ और ग्राहक भावनाओं में सुधार पर इसके अप्रत्यक्ष प्रभाव से प्रेरित है," - सतीश एनएस, अध्यक्ष, हायर इंडिया।
ऑटोमोबाइल क्षेत्र में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री
ऑटोमोबाइल क्षेत्र में, मारुति सुजुकी ने नवरात्रि के दौरान अपनी अब तक की सबसे अच्छी बिक्री दर्ज की। कंपनी की बिक्री पिछले वर्ष की तुलना में दोगुनी हो गई। मारुति सुजुकी के स्विफ्ट और ऑल्टो जैसे मॉडलों को उपभोक्ताओं ने खूब पसंद किया। कंपनी को नवरात्रि के दौरान 700,530 पूछताछ और 150,000 बुकिंग मिलीं।
महिंद्रा एंड महिंद्रा, जो XUV700 और स्कॉर्पियो एन जैसे एसयूवी मॉडल बेचती है, ने भी पिछले नवरात्रि की तुलना में 60% की वृद्धि दर्ज की। हुंडई में, क्रेटा और वेन्यू जैसे मॉडलों की मजबूत मांग ने कुल बिक्री में एसयूवी की हिस्सेदारी को 72% से अधिक कर दिया।
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स में उछाल
उपभोक्ता इलेक्ट्रॉनिक्स क्षेत्र में भी उत्साह का माहौल रहा। एलजी, हायर और गोदरेज एप्लायंसेज जैसी कंपनियों ने पिछले वर्ष की तुलना में इस नवरात्रि में उच्च दोहरे अंकों की बिक्री वृद्धि दर्ज की। हायर की बिक्री में 85% की वृद्धि हुई, और कंपनी ने लगभग 2.5 लाख रुपये से अधिक कीमत वाले 85-इंच और 100-इंच टेलीविजन के अपने दिवाली स्टॉक को लगभग बेच दिया।
GST कटौती का प्रभाव
सरकार ने 22 सितंबर से कई वस्तुओं पर जीएसटी की दर कम कर दी थी। कंपनियों ने कम कर दर का लाभ उपभोक्ताओं को दिया, जिससे उत्पादों की कीमतें कम हो गईं। मारुति सुजुकी के मार्केटिंग और सेल्स के वरिष्ठ कार्यकारी, पार्थो बनर्जी ने कहा कि कंपनी की छोटी कारों की बुकिंग में इस त्योहारी सीजन में 50% की वृद्धि हुई है।
🎨 "जीएसटी दरों में कटौती से उपभोक्ताओं को सीधे लाभ हुआ है, और इससे बाजार में सकारात्मक माहौल बना है," - पार्थो बनर्जी, वरिष्ठ कार्यकारी, मारुति सुजुकी।
खुदरा क्षेत्र में तेजी
भारत के सबसे बड़े रिटेलर रिलायंस रिटेल की बिक्री में पिछले साल की नवरात्रि की तुलना में 20-25% की वृद्धि हुई, जिसमें बड़े स्क्रीन वाले टीवी, स्मार्टफोन और फैशन जैसे उत्पादों की मांग सबसे अधिक रही। इलेक्ट्रॉनिक्स रिटेल चेन विजय सेल्स ने भी 20% से अधिक की बिक्री वृद्धि देखी।
आगे की राह: दिवाली और उसके बाद
त्योहारी सीजन का पहला भाग ओणम से शुरू होता है, जिसके बाद दुर्गा पूजा-नवरात्रि और दशहरा होता है। यह अवधि कुल त्योहारी बिक्री का लगभग 40-45% योगदान करती है। ओणम की बिक्री जीएसटी संक्रमण के कारण थोड़ी सुस्त रही, लेकिन नवरात्रि के दौरान व्यापार में तेजी आई। अब सभी की निगाहें दिवाली और नए साल पर टिकी हैं।
दोपहिया वाहन निर्माता हीरो मोटोकॉर्प ने कहा कि इस नवरात्रि में शोरूम में ग्राहकों की संख्या दोगुनी हो गई है। टाटा मोटर्स ने भी त्योहारी अवधि के दौरान 50,000 से अधिक वाहन बेचे हैं।
🎨 "हमें विश्वास है कि यह गति दिवाली और शादी के मौसम के बाद भी जारी रहेगी," - संजय चितकारा, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स इंडिया सेल्स हेड।
प्रमुख बातें:
- जीएसटी दरों में कटौती से उपभोक्ता भावनाओं में सुधार हुआ।
- ऑटोमोबाइल और उपभोक्ता वस्तुओं की बिक्री में उल्लेखनीय वृद्धि।
- खुदरा क्षेत्र में भी उत्साह का माहौल।
- दिवाली और नए साल के लिए सकारात्मक संकेत।
- ग्रामीण क्षेत्रों से भी मांग में वृद्धि।
निष्कर्ष: उम्मीदों से भरा भविष्य
नवरात्रि में हुई बंपर बिक्री ने भारतीय उपभोक्ता बाजार में नई जान फूंक दी है। जीएसटी दरों में कटौती और त्योहारी सीजन की शुरुआत के साथ, बाजार में सकारात्मक माहौल बन गया है। यह उम्मीद की जा रही है कि यह गति दिवाली और उसके बाद भी जारी रहेगी। यदि यह गति बनी रहती है, तो भारतीय अर्थव्यवस्था को एक बड़ा बढ़ावा मिलेगा, और यह देश के विकास में महत्वपूर्ण योगदान देगा।
अब देखना यह है कि दिवाली की रोशनी, इस बाजार में और कितनी चमक बिखेरती है।