*ShadiLal: Uttar Pradesh Ka 'Natwarlal' Jo Bana Aath Shikshikaon Ka Shauhar, Karodon Ka Fraud!*

उत्तर प्रदेश में एक शातिर ठग ने 8 सरकारी शिक्षिकाओं को प्यार के जाल में फंसाकर लूटा। जानिए कैसे उसने लाखों का लोन कराकर संपत्ति हड़प ली। धोखा, विश्वासघात और धोखेबाजी की एक हैरान करने वाली कहानी।

 *ShadiLal: Uttar Pradesh Ka 'Natwarlal' Jo Bana Aath Shikshikaon Ka Shauhar, Karodon Ka Fraud!*

शादीलाल: उत्तर प्रदेश का 'नटवरलाल' जो बना आठ शिक्षिकाओं का शौहर, करोड़ों का फ्रॉड!

सोनभद्र, उत्तर प्रदेश। ये कहानी है एक ऐसे शख्स की, जिसने प्यार के नाम पर धोखा दिया, विश्वास का गला घोंटा और रिश्तों को तार-तार कर दिया। ये कहानी है राजन गहलोत की, जो सोनभद्र का रहने वाला है, लेकिन उसकी करतूतों ने पूरे उत्तर प्रदेश को हिला कर रख दिया है। राजन, जिसे अब लोग 'शादीलाल' कहने लगे हैं, ने आठ-आठ सरकारी शिक्षिकाओं को अपने प्रेम जाल में फंसाया, उनसे शादी की और फिर उन्हें लाखों रुपयों का चूना लगाकर फरार हो गया। 💔

प्यार का झूठा मुखौटा: कैसे राजन ने बिछाया जाल 🎭

राजन गहलोत, देखने में सीधा-साधा और बातों में माहिर। उसने सरकारी नौकरी करने वाली महिलाओं को अपना निशाना बनाया। वह ऑनलाइन मैरिज पोर्टल्स और अन्य माध्यमों से उनसे संपर्क करता, खुद को एक संस्कारी और जिम्मेदार इंसान बताता। मीठी-मीठी बातों से महिलाओं का विश्वास जीत लेता और फिर शादी का प्रस्ताव रखता। उसकी बातों में इतना दम होता था कि कोई भी आसानी से उसके झांसे में आ जाता था।

एक बार जब शादी हो जाती, तो राजन धीरे-धीरे अपना असली रंग दिखाना शुरू कर देता। वह अपनी पत्नियों के नाम अपने कागजातों में दर्ज करवाता, उनके साथ मिलकर बैंक खाते खुलवाता और फिर शुरू होता असली खेल - धोखेबाजी का खेल।

लोन का लालच: कैसे लूटी लाखों की संपत्ति 💰

राजन अपनी पत्नियों से कहता कि उसे घर बनवाना है या कोई बिजनेस शुरू करना है, जिसके लिए उसे पैसों की जरूरत है। वह उन्हें बैंक से लोन लेने के लिए उकसाता। मासूम पत्नियां, अपने पति पर विश्वास करके, लाखों रुपये का लोन ले लेतीं। और फिर, एक दिन राजन उन पैसों को लेकर चंपत हो जाता।

🎨 "उसने हमारे सपनों को चकनाचूर कर दिया, हमारे भविष्य को अंधकार में धकेल दिया। हमने उस पर विश्वास किया, और उसने हमें धोखा दिया।" - एक पीड़िता का दर्द

इस तरह, राजन ने एक-एक करके आठ महिलाओं को लूटा और करोड़ों रुपये की संपत्ति अपने नाम कर ली। उसकी ठगी का शिकार हुई महिलाएं आज सदमे में हैं, कर्ज के बोझ तले दबी हुई हैं और समाज में मुंह दिखाने लायक नहीं रहीं।

पुलिस की जांच: इंसाफ की उम्मीद 👮‍♀️

जब दो पीड़ित महिलाएं एक साथ पुलिस स्टेशन पहुंचीं, तब राजन के काले कारनामों का पर्दाफाश हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और राजन की तलाश कर रही है। लेकिन सवाल यह है कि क्या पुलिस उसे पकड़ पाएगी? और क्या पीड़ित महिलाओं को उनका पैसा वापस मिल पाएगा?

इस मामले ने उत्तर प्रदेश में सनसनी फैला दी है। लोग हैरान हैं कि कोई इंसान इतना निर्दयी और धोखेबाज कैसे हो सकता है। यह घटना उन सभी महिलाओं के लिए एक सबक है जो प्यार में अंधी होकर किसी पर भी विश्वास कर लेती हैं।

पीड़िताओं की आपबीती: दर्द और निराशा की कहानी 😭

  • अंबेडकर नगर की शिक्षिका: 2014 में शादी हुई, 40 लाख का लोन दिलवाया और फिर छोड़ दिया। आज भी न्याय का इंतजार कर रही हैं।

  • संत कबीर नगर की शिक्षिका: 2022 में शादी हुई, 42 लाख का लोन लिया और फरार हो गया। अब पुलिस के चक्कर काट रही हैं।

  • अन्य पीड़ित महिलाएं: गोरखपुर, वाराणसी, सोनभद्र जैसे जिलों की कई और महिलाएं भी राजन के जाल में फंसी हैं। सबकी कहानी एक जैसी है - प्यार, धोखा और लूट।

🎨 "हम चाहते हैं कि राजन को कड़ी से कड़ी सजा मिले, ताकि भविष्य में कोई और उसकी तरह किसी महिला को धोखा देने की हिम्मत न करे।" - पीड़िताओं का सामूहिक बयान

धोखेबाज राजन: एक शातिर अपराधी या सिर्फ एक अवसरवादी? 🤔

राजन गहलोत की कहानी हमें सोचने पर मजबूर करती है। क्या वह जन्म से ही एक अपराधी था, या हालात ने उसे ऐसा बना दिया? क्या वह सिर्फ पैसों का लालची था, या उसके पीछे कोई और मकसद था? ये सवाल अभी भी अनसुलझे हैं।

लेकिन एक बात तो तय है कि राजन ने जो किया है, वह घिनौना है और उसे इसकी सजा मिलनी चाहिए। उसकी करतूतों ने न सिर्फ आठ महिलाओं की जिंदगी बर्बाद कर दी है, बल्कि समाज में भी अविश्वास और डर का माहौल पैदा कर दिया है।

सबक और सावधानियां: कैसे बचें ऐसे धोखेबाजों से 🛡️

  • प्यार में अंधी न बनें, हमेशा दिमाग से काम लें।

  • किसी पर भी आंख मूंदकर विश्वास न करें।

  • शादी से पहले अपने पार्टनर के बारे में अच्छी तरह से जांच-पड़ताल कर लें।

  • लोन लेने से पहले सोच-समझकर फैसला लें।

  • अगर आपको किसी पर शक हो, तो तुरंत पुलिस को खबर करें।

🎨 "सावधानी हटी, दुर्घटना घटी।" - एक पुरानी कहावत जो आज भी प्रासंगिक है।

क्या होगा आगे? भविष्य की अनिश्चितता 🔮

राजन गहलोत अभी भी फरार है, और पुलिस उसे ढूंढ रही है। लेकिन क्या वह कभी पकड़ा जाएगा? और अगर पकड़ा गया, तो क्या उसे सजा मिलेगी? ये सवाल अभी भी हवा में लटके हुए हैं।

पीड़ित महिलाएं इंसाफ की उम्मीद लगाए बैठी हैं। वे चाहती हैं कि राजन को उसके कर्मों की सजा मिले और उन्हें उनका पैसा वापस मिले। लेकिन क्या उनकी उम्मीदें पूरी होंगी? ये तो वक्त ही बताएगा।

अंतिम संवाद: "ये कलयुग है, यहां हर रूप में रावण मिलेगा, बस सीता को अपनी पहचान खुद करनी होगी!"

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